धोखा
तेरे होने के अहसास से
मै कल बुनता चला गया
जो कस के पकड़ना चाहा
तो नीन्द ने धोखा दे दिया
मै कल बुनता चला गया
जो कस के पकड़ना चाहा
तो नीन्द ने धोखा दे दिया
जो आँखें मिलाऊ खुद से तो आँखों मे पानी पाता हूँ जो मै दिल मे झांक लूँ तो खुद जिन्दा दिल हो जाता हूँ हर धड़कन के साथ साथ जीने का हौसला भर जाता हूँ
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